भूली :- क्यों है अपराधियों पर मेहरबान भुली पुलिस पीड़ित दहशत में, आरोपी को ख़ौफ़ नही

भुली। भुली में हाल की दो घटनाओं में नामजद मामला दर्ज होने के बाद भी भुली पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकाम रही है। या यूं कहें कि मेहरबान बनी हुई है।
अपराधियों पर क्यों है मेहरबान भुली पुलिस। क्यों नही नामजद अभियुक्त पर कार्यवाई कट पा रही है।
पहला घटना
29 जनवरी को मालो देवी उनके परिजनों के साथ मारपीट की घटना में भुली पुलिस ने कांड संख्या 26/2021 के तहत भादवी की धारा 341, 323, 325, 307, 504 व 34 के तहत मामला दर्ज किया। मगर घटना में नाम दर्ज अभियुक्त नीतीश कुमार, सतीश कुमार, शोभा देवी, टुन्नी देवी, अधिक यादव, सरयुग यादव को भुली पुलिस नही पकड़ सकी है जिसका भुगतान मालो देवी को भुगतना पड़ रहा है। बाहर रह रहे अभियुक्त सरयुग यादव अधिक यादव सतीश यादव ने मालो देवी पर दुबारा हमला किया और केस उठाने की धमकी दे रहा जबकि मालो देवी का पुत्र उमेश कुमार व अवधेश कुमार अस्पताल में इलाजरत है।

दूसरी घटना
भुली सी ब्लॉक में 2 फरवरी को घटित हुआ जिसमें एक नृत्य प्रशिक्षिका को जबरन मारपीट करने व गाड़ी में बिठाकर अचेतावस्था में छोड़ने की घटना में पीड़िता के कथन पर भुली पुलिस ने कांड संख्या 31/2021 के भादवी की धारा 363, 307, 376, 511, 325, 323, 341, 504, 506 के तहत दीपक वर्मा व अन्य दो अभियुक्त पर मामला दर्ज किया मगर घटना के 5 दिन गुजरने के बाद भी भुली पुलिस अभियुक्त दीपक वर्मा को नही पकड़ सकी है।

घटना होने और मामला दर्ज होने के बाद भी भुली पुलिस आरोपियों पर मेहरबान बनी हुई है।