इएमआई , सैलरी, पेंशन से जुड़े नियमों में हो रहा है 1 अगस्त से बड़ा बदलाव, आप पर पड़ेगा सीधा असर
नयी दिल्ली: किसी को सैलरी का भुगतान कब होगा अगर यह सवाल किसी नौकरी पेशा व्यक्ति से पूछा जाए तो उसका जवाब रहता है कि जब बैंक खुलेंगे तब पैसा अकाउंट में क्रेडिट होगा। लेकिन कई बार देखा जाता है कि महीने की शुरुआत छुट्टियों से होती है। जिसकी वजह से लोगों को सैलरी के क्रेडिट होने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता था। लेकिन 1 अगस्त से हो रहे नियमों के बदलाव की वजह से अब महीने की पहली तारीख को ही आपके खाते में सैलरी आ जाएगी। आइए जानते हैं कि किस नियम के बदलने से यह सुविधा मिलेगी साथ ही इएमआई और पेंशन से इसका क्या कनेक्शन है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की घोषणा के अनुसार 1 अगस्त से सैलरी, पेंशन और इएमआई कि भुगतान 24×7 किया जा सकेगा। इसी साल जून में आरबीआई गवर्नर ने द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा के वक्त कहा था कि नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस की सुविधा अब सप्ताह के सभी दिन उपलब्ध रहेगी। अभी यह सुविधा बैंकों के कार्यदिवसों के दिन ही उपलब्ध होती है।एनएफ. उदारीकरण के 30 साल: मोदी कर सकते हैं 1991 जैसा चमत्कार? आसान नहीं राहजून में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा था कि ग्राहकों को सुविधाओं के विस्तार तथा चौबीसों घंटे उपलब्ध रहने वाली रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) का पूरा लाभ लेने के लिए एनएसीएच को एक अगस्त, 2021 से सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। क्या होता है 'एनएसीएच' यह एक ऐसी बैंकिंग सर्विस है जिसके जरिए कंपनियां और आम आदमी पेमेंट प्रक्रिया आसानी से पूरी कर लेते हैं। सैलरी पेमेंट, पेंशन ट्रांसफर, इलेक्ट्रिक बिल, पानी का बिल का पेमेंट इसी के जरिए होता है। तब आरबीआई गर्वनर ने कहा था, ‘इस प्रक्रिया के सुधार के बाद सरकारी सब्सिडी समय और पारदर्शी तरीके से लोगों के खातों में पहुंच जाएगी।’