Pandit Birju Maharaj: कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का निधन, 83 साल की उम्र में दिल्ली में ली अंतिम सांस
नई दिल्ली: कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का निधन हो गया है। पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित 83 साल के बिरजू महाराज का दिल का दौड़ा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना सबसे पहले उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने लिखा, ‘बहुत ही गहरे दुख के साथ हमें बताना पड़ रहा है कि आज हमने अपने परिवार के सबसे प्रिय सदस्य पंडित बिरजू जी महाराज को खो दिया। 17 जनवरी को उन्होंने अंतिम सांस ली। मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।’ उनके निधन पर मशहूर सिंगर अदनान सामी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से बहुत ज्यादा दुखी हूं। आज हमने कला के क्षेत्र का एक अनोखा संस्थान खो दिया। उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है।’ लखनऊ घराने से ताल्लुक रखने वाले बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी 1938 को हुआ था। इनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था। ये कथक नर्तक होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायक भी थे। बिरजू महाराज ने कथक नृत्य को नई ऊंचाइयां दी हैं। उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। बिरजू महाराज को 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी। साल 2012 में विश्वरूपम फिल्म में डांस कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2016 में बाजीराव मस्तानी के 'मोहे रंग दो लाल' गाने की कोरियाग्राफी के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था।