Punjab Election: AAP के उम्मीदवार कांग्रेस में हुए शामिल; सीएम चन्नी बोले- ‘ड्रामेबाज है आम आदमी पार्टी’
पंजाब में विधानसभा चुनावों के लिए अब बस कुछ सप्ताह ही बचे हैं, ऐसे में पार्टियों के बीच आरोपों- प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ को ड्रामेबाज पार्टी करार दिया है। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि पार्टी का पंजाब में कोई भविष्य नहीं है क्योंकि उसके अपने नेता नहीं हैं। पार्टी के नेतृत्व में विश्वास नहीं है. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आप 'पंजाब का माहौल खराब कर रही है और पार्टी के आगामी चुनावों में जीतने की कोई संभावना नहीं है। आम आदमी पार्टी के फिरोजपुर ग्रामीण उम्मीदवार आशु बांगर को कांग्रेस में शामिल करने से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए पंजाब के सीएम ने कहा कि AAP के कार्यकर्ताओं को अपनी पार्टी के नेताओं पर कोई भरोसा नहीं है। बता दें आशु बांगर के आज सीएम चन्नी और पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है। वह उसी क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। 'आप में तानाशाही है': पंजाब के सीएम चन्नी आशु बांगर के कांग्रेस में शामिल होने के बाद AAP पर तीखा वार करते हुए सीएम चन्नी ने कहा कि "आम आदमी पार्टी में तानाशाही है और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता अपनी पार्टी की नीति के खिलाफ बोल रहे हैं क्योंकि उनमें कोई विश्वास नहीं है।" पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, "आम आदमी पार्टी का मानना है कि वे क्रांतिकारी (क्रांतिकारी) हैं, लेकिन वे एक 'ड्रामेबाज' पार्टी से ज्यादा कुछ नहीं हैं।" दरअसल पिछले दिनों केजरीवाल ने पंजाब में जनता से अपना सीएम उम्मीदवार चेहरे को चुनने के लिए कहा था। पंजाब सीएम ने पार्टी की इस पहल का मजाक उड़ाया और इसे 'धोखाधड़ी' करार दिया है। AAP पर तंज कसते चन्नी ने चुटकी लेते हुए कहा कि आप के सर्वे में उनके नाम का पता चला है, और लोग चाहते थे कि वो (सीएम) पार्टी के नेता और फिर से मुख्यमंत्री बनें। 'भाई चुनाव नहीं लड़ेंगे'; सीएम चन्नी की सफाई कांग्रेस द्वारा अपने भाई, डॉ मनोहर सिंह चन्नी को टिकट नहीं देने और उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने के दावों को खारिज करते हुए पंजाब के सीएम ने कहा कि उनके भाई चुनाव नहीं लड़ेंगे, क्योंकि वे एक परिवार हैं। उन्होंने कहा कि उनके भाई पंजाब सरकार में डॉक्टर थे और उन्होंने बाद में चुनाव लड़ने का फैसला किया। यह स्पष्टीकरण एक दिन बाद आया है, जब डॉ मनोहर सिंह चन्नी ने पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को उनके चुनावी टिकट से इनकार करने के लिए दोषी ठहराया था। रिपब्लिक के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मनोहर सिंह चन्नी ने कहा कि उन्होंने योग्यता के आधार पर टिकट मांगा और इसलिए नहीं कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई हैं, बावजूद उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने नजरअंदाज कर दिया।