रांची हावड़ा इंटरसिटी को पहले की तरह वाया धनबाद चलाने,इंटरसिटी एक्सप्रेस को पहले की तरह धनबाद होकर चलाया जाए : महेश पोद्दार
धनबाद : रांची से बोकारो, महुदा होकर हावड़ा तक चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस को पहले की तरह धनबाद होकर चलाया जाए। साथ ही झारखंड से असम को जोड़ने वाली एकमात्र ट्रेन रांची कामाख्या एक्सप्रेस को पहले की तरह सप्ताह में 2 दिन चलाया जाए।यह कहना है राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार का। उन्होंने दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से आयोजित क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति यानी जेडआरयूसीसी की बैठक में झारखंड के लिए कई नई ट्रेनों को चलाने की सिफारिश की है। इसके साथ ही रांची और धनबाद को जोड़ने वाली ट्रेनों से जुड़ा मामला भी उठाया है। रांची हावड़ा इंटरसिटी सप्ताह में 3 दिन चलती है। धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के बंद होने के दौरान इस ट्रेन को डायवर्ट कर दिया गया था। 15 जून 2017 को धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन बंद होने के बाद से ही रांची हावड़ा इंटरसिटी महुदा व बोकारो रूट से चल रही है। पिछली बार दक्षिण पूर्व रेलवे ने इस ट्रेन को धनबाद होकर चलाने का प्रस्ताव भी रेलवे बोर्ड को भेजा था। पर इस मामले में कोई निर्णय नहीं हो सका। अब राज्यसभा सदस्य ने रांची हावड़ा इंटरसिटी को पहले की तरह वाया धनबाद चलाने की वकालत की है। इंटरसिटी एक्सप्रेस सप्ताह में 3 दिन चलती है। रविवार, सोमवार और मंगलवार को पहले धनबाद होकर चलने वाली ट्रेन अब बोकारो महुदा रूट से चल रही है। इसके साथ ही धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन बंद होने के दौरान रांची कामाख्या एक्सप्रेस भी बंद हो गई थी। बाद में भूमिगत आग वाले रेल लाइन पर दोबारा ट्रेनों के चलते ही रांची कामाख्या एक्सप्रेस पटरी पर लौट गई। पर रेलवे ने सप्ताह में 2 दिन चलने वाली इस ट्रेन के फेरे में कटौती कर दी और इसे साप्ताहिक ट्रेन बना दिया। राज्यसभा सदस्य ने इस ट्रेन को पहले की तरह सप्ताह में 2 दिन चलाने का प्रस्ताव दक्षिण पूर्व रेलवे को दिया है। इसके साथ ही रांची से सूरत और अहमदाबाद , रांची से ऋषिकेश, रांची से वाराणसी के बीच जनशताब्दी, रांची से जयपुर के लिए ट्रेन, रांची से वैष्णो देवी कटरा के लिए सीधी ट्रेन, रांची से आनंद विहार के बीच चलने वाली झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस का जयपुर तक विस्तार समेत अन्य कई ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव दिया है। सांसद प्रतिनिधि अरुण जोशी ने बताया कि सांसद महेश पोद्दार ने कोरोना काल में बंद ट्रेनों को चलाने की भी मांग की है। साथ ही महत्वपूर्ण ट्रेनों में थर्ड एसी इकोनामिक क्लास के कोच जोड़ने का भी सुझाव दिया है। बैठक के सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद की जा रही है।