धनबाद : कोयलांचल के सबसे चर्चित मजदूर नेता स्व. सूर्यदेव सिंह के छोटे बेटे सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने आज झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह पर जमकर हमला बोला. कहा कि सिंह मेंशन से पारिवारिक दुश्मनी निकालने के लिए वह विधायक बनी हैं. जितनी ताकत वह जनता मजदूर संघ के खिलाफ लगा रही हैं, उतना जोर अगर झरिया की समस्याओं के निदान पर लगातीं तो, झरिया की जनता का बहुत ही भला होता. लेकिन ऐसा नहीं कर वह जनता मजदूर संघ और उनके परिवार को ही परेशान करने में लगी हुई हैं. जनता मजदूर संघ का कोई गुट न था और न है. चाचा, बच्चा, बाबू क्या और क्यों सवाल कर रहे हैं, इसका उत्तर तो वही दे सकते हैं. The Newspost के ब्यूरो हेड अभिषेक कुमार सिंह से एक्सक्लुसिव बातचीत में जनता मजदूर संघ के नव निर्वाचित महामंत्री सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने खुलकर अपनी राय ज़ाहिर की है. भाजपा नेत्री रागिनी सिंह को यूनियन में जल्द मिलेगी बड़ी जिम्मेवारी स्व. सूर्यदेव सिंह की पत्नी और उनकी मां कुंती सिंह को जनता मजदूर संघ का अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर किसी भी तरह के पारिवारिक विवाद को खारिज करते हुए सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि निर्णय यही है कि मनीष सिंह जनता मजदूर संघ के क्रियाकलापों को देखेंगे जबकि भाभी रागिनी सिंह पार्टी के कामों पर ध्यान केंद्रित करेंगी. लेकिन अब इस निर्णय में थोड़ा बदलाव करते हुए आप जल्द सुनेंगे की भाभी रागिनी सिंह को यूनियन में कोई बड़ी जिम्मेवारी दी जाएगी. मनीष सिंह ने कहा कि भैया संजीव सिंह पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से जेल में हैं, इसलिए यूनियन के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें जिम्मेवारी दी गई है. 16500 सदस्य हैं जनता मजदूर संघ में सिद्धार्थ गौतम का कहना है कि जनता मजदूर संघ पूरे कोयलांचल में आज भी सबसे ताकतवर मजदूर यूनियन है. बीसीसीएल में अभी कुल 38000 मैन पावर है जिसमें 16500 जनता मजदूर संघ के ही सदस्य हैं. जनता मजदूर संघ में ही मजदूर संगठनों के सबसे युवा चेहरा काम करते हैं और मजदूरों के हर सुख-दुख और उनकी भलाई के लिए जनता मजदूर संघ हमेशा खड़ा रहता है. यही वजह है कि मजदूरों का विश्वास उनके यूनियन पर बढ़ता जा रहा है. आप को बता दें कि 1998 में हुए विनोद सिंह हत्याकांड में रामाधीर सिंह को अप्रैल 2015 में आजीवन कारावास की सजा मिली. यूनियन एक्ट के अनुसार सजायाफ्ता होने के कारण रामाधीर सिंह इस पद पर नहीं रह सकते थे. ऐसे में उनकी जगह कुंती सिंह (सूर्यदेव सिंह की धर्मपत्नी) को जनता मजदूर संघ का अध्यक्ष बनाया गया है और बेटे सिद्धार्थ गौतम को महामंत्री बनाया गया है. इस बदलाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं थी, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने संवैधानिक सवाल उठाया था एक चर्चा यह भी थी कि विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने संवैधानिक सवाल उठाया था कि किसी भी सजायाफ्ता को यूनियन का अध्यक्ष कैसे रखा जा सकता है. इसके बाद ही यह सब बदलाव हुआ है. रामाधीर सिंह 2007 से हाल-फिलहाल तक जनता मजदूर संघ के अध्यक्ष थे. वहीं 2004 से 2022 तक कुंती सिंह जनता मजदूर संघ की महामंत्री रही, संजीव सिंह 2005 से 2014 तक संयुक्त महामंत्री रहे. 2014 से 2019 तक उपाध्यक्ष रहे. चूंकि पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के जेल में होने के कारण यूनियन की गतिविधियां थोड़ी धीमी पड़ गई थी, इसलिए यह बदलाव किया गया. इस फ़ैसले का मुख्य उद्देश्य यूनियन के कामकाज में तेजी लाना है. गौरतलब है कि झरिया के पूर्व विधायक सूर्यदेव सिंह ने 1972 में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ से अलग होकर जनता मजदूर संघ का गठन किया था और देश के चर्चित समाजवादी नेता, युवा तुर्क से विख्यात पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चंद्रशेखर सिंह इसके पहले अध्यक्ष बनाए गए थे. उसके बाद जनता मजदूर संघ ने कई उतार-चढ़ाव देखें लेकिन यूनियन की मजबूती में कोई कमी नहीं आई. हालांकि, जनता मजदूर संघ से अलग होकर पूर्व मंत्री और सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई बच्चा सिंह ने अलग जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) बनाया और उसके बाद दांव पेंच का खेल चल रहा है. विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, बच्चा सिंह के साथ है. विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई स्व.राजन सिंह की बहू है और दिवंगत डिप्टी मेयर नीरज सिंह की पत्नी है.