डीसी–डीडीसी ने दवा खाकर फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का किया शुभारंभ

■ जिले के 24 लाख 17 हजार 440 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य, जिले के 2030 बूथों पर आज खिलाया गया डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवा

■ मंगलवार से अगले पांच दिनों तक घर – घर जाकर लोगों को खिलाई जाएगी दवा, लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभाग ने तैयार की है रणनीति

■ समाहरणालय सभागार में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन 2022 के तहत फलेरिया उन्मूलन का जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन
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बोकारो :- राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन 2022 के तहत फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त (डीसी) -सह- अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति श्री कुलदीप चौधरी, उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रीमती कीर्तीश्री जी., सिविल सर्जन डा. ए बी प्रसाद, जिला भीबीडी पदाधिकारी डा. रेणु भारती आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर डीसी श्री कुलदीप चौधरी एवं डीडीसी श्रीमती कीर्तीश्री जी. ने डीईसी की तीन गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल का एक टैबलेट का सेवन कर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की।

मौके पर अपने संबोधन में डीसी श्री कुलदीप चौधरी ने कहा कि फलेरिया (हाथी पांव) मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। दवा खाकर ही हम इस बीमारी से बच सकते हैं। इस बीमारी के लिए दवा का सेवन करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस बीमारी का इंफेक्शन तुरंत नहीं दिखता है। इसका असर एक से दो दशक बाद होता है। तब तक इसका उपचार लगभग संभव नहीं होता है। इसलिए ऐतिहातन सभी को डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा आयु वर्ग के अनुसार खानी चाहिए। डीसी ने जिलावासियों से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा का सेवन करने की अपील की। दवा खिलाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थ्य उप केंद्र, सभी स्वास्थ्य केंद्र, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व विद्यालयों में कुल 2030 बूथ बनाया गया है। जहां आमजन जाकर दवा का सेवन कर सकते हैं। मंगलवार से अगले पांच दिनों तक डोर टू डोर दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने सिविल सर्जन डा. ए बी प्रसाद समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को गांव स्तर पर पहुंचाकर निर्धारित समय पर पूरा करें। शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने को कहा।

मौके पर अपने संबोधन में डीडीसी श्रीमती कीर्तीश्री जी. ने सभी स्वास्थ्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी लोगों को सामने दवा खिलाएं ताकि किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स की स्थिति में त्वरित उपचार किया जा सके। सिविल सर्जन को चिकित्सा व्यवस्था को अलर्ट मोड में रखने को कहा।

मौके पर सिविल सर्जन डा. ए बी प्रसाद एवं जिला भीवीडी पदाधिकारी डा. रेणु भारती ने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर की गई तैयारियां की जानकारी दी। कहा कि सभी बूथों पर दवा खिलाया जा रहा है। जिले के वरीय पदाधिकारी, बीडीओ/सीओ एवं चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम की मानीटरिंग भी की जा रही है।

उल्लेखनीय हो कि, मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2022 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए 24 लाख 17 हजार 440 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में बूथ बनाया गया है। 07 मार्च को बूथ पर एवं 08 से 12 मार्च तक घर – घर घूमकर सभी लोगों को डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी।

समाहरणालय सभागार में उपस्थित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी/कर्मी, एनसीसी कैडर्स आदि ने भी डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन किया। मौके पर नोडल पदाधिकारी डॉ एन पी सिंह, उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ संजय प्रसाद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री राहुल कुमार भारती, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

उधर, प्रखंडों में भी संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वार फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की गई। चिन्हित बूथों पर लोगों को दवा खिलाया गया।