JHARKHAND POLICE: रामनवमी को लेकर अलर्ट, 21 IPS, 4 हजार पुलिसकर्मी और 4 हजार होमगार्ड जवानों की होगी प्रतिनियुक्ति

Ranchi: #झारखंड में रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में पर्व संपन्न हो इसको लेकर पुलिस कमर कस ली है. पुलिस मुख्यालय की तरफ से रामनवमी को लेकर जिलों के एसपी को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय राज्य में रामनवमी को लेकर विधि-व्यवस्था के लिए रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह, चतरा और हजारीबाग में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. पुलिस मुख्यालय ने इन सभी जिलों के एसपी को विशेष निर्देश दिए हैं.
मुख्यालय की ओर से कहा गया है कि संवेदनशील जिलों में विधि-व्यवस्था के लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी. असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने और उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है. राज्य भर में एडीजी रैंक से एसपी रैंक तक के 21 आईपीएस अधिकारी, डीएसपी, इंस्पेक्टर के अलावा 4 हजार पुलिस कर्मी और 4 हजार होमगार्ड की अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति की जायेगी. मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों के थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें हो रही है. वही पुलिस के वरीय अधिकारी कैप करने में जुट गये है.
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी
पुलिस रामनवमी पर्व को लेकर एलर्ट है. खासकर रांची, जमशेदपुर, चतरा गिरीडीह और हजारीबाग जैसे संवेदनशील जिलो पर विशेष नजर है. रामनवमी में निकलने वाले जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिये ड्रोन कैमरे से नजर रखी जायेगी. साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जायेगी. ताकि किसी की पहचान करने में परेशानी न हो. पुलिस जुलूस निकलने वाले वैसे इलाके में लाइटिंग की व्यवस्था करवा रही है जहां अंधेरा रहता है.
पुराने आरोपी पर नजर, चलेगा अभियान
राज्य में शांतिपूर्वक रामनवमी संपन्न कराने के लिये संवेदनशील जिलों में पुलिस एलर्ट है, किसी तरह की अनहोनी न हो इसके लिये पुलिस कार्रवाई में जुट गयी है. पूर्व के धारा 107 और 116 के आरोपी पर भी कार्रवाई की जा रही है. वही जो भगोड़े आरोपी है उसकी धरपकड़ के लिये विशेष अभियान चलाया जायेगा.
मॉक ड्रील के लिए जिले के एसपी को विशेष निर्देश
राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के एसपी को पुलिस मुख्यालय ने विशेष निर्देश दिए हैं. सभी संवेदनशील जिलों के विकट परिस्थितियों दंगाइयों से निपटने के लिए पुलिस मॉक ड्रील भी करेगी. इस दौरान दंगाइयों को खदेड़ने का तरीका, इसके लिए प्रयोग होने वाले उपकरण हथियारों का इस्तेमाल करना का अभ्यास किया जायेगा. इनके साथ सीआईए-वन, सीआईए-टू, एंटी व्हीकल थेफ्ट डिटेक्शन टीम को भी एलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है.
इन आईपीएस अधिकारियों को किया है प्रतिनियुक्त
रामनवमी पर्व को लेकर 21 आईपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. एडीजी मुख्यालय मुरारी लाल मीणा को हजारीबाग जिले के जिम्मेदारी दी गयी है. इसके अलावा इनके सहयोग के लिये होमगार्ड डीआईजी दीपक कुमार सिन्हा और जेएपीटीसी पदमा के एसपी किशोर कौशल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. पुलिस मुख्यालय में रिजर्व व्यवस्था की देखरेख की जिम्मेदारी एडीजी अभियान संजय ए लाठकर, प्रशिक्षण आईजी प्रिया दुबे, आईजी अभियान अमोल विनुकांत को दी गयी है. महानिदेशक नियंत्रण कक्ष पुलिस मुख्यालय की जिम्मेदारी जैप-2 के समादेष्टा इंद्रजीत महथा, पुलिस मुख्यालय के एसपी धनंजय सिंह और जैप-10 के समादेष्टा संध्यारानी मेहता को दी गयी है. धनबाद जिले के जिम्मेदारी जैप-4 के समादेष्टा अश्विनी कुमार सिन्हा को दी गयी है. रांची की जिम्मदारी संचार एवं तकनीकी सेवाएं के एसपी विनित कुमार को दी गयी है. खूंटी की जिम्मेदारी रांची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता को दी गयी है. गिरिडीह की जिम्मेदारी डीआईडी बजट शम्स तबरेज और एससीआरबी के एसपी खोत्रे श्रीकांत सुरेशराव को दी गयी है. लोहरदगा की जिम्मेदारी सीआईडी के डीआईजी सुनील भास्कर और जंगल वार फेयर के एसपी पियूष पांडेय को दी गयी है. दुमका देवघर की जिम्मेदारी डीआईजी कार्मिक ए विजयलक्ष्मी को दी गयी है. जमशेदपुर की जिम्मेदारी आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा और उसके सहयोग के लिये एटीएस एसपी प्रशांत आनंद और जमशेदपुर रेल एसपी ऋषव कुमार झा को दी गयी है. दुमका प्रक्षेत्र के लिये एडीजी प्रशिक्षण टी कंडास्वामी को जिम्मेदारी दी गयी है. सभी आईपीएस अधिकारी 9 अप्रैल से जुलूस समाप्ति के अगले दिन तक प्रतिनियुक्ति से वापस लौटेगे.