देवघर. बाबा नगरी देवघर में हादसा पेश आया है. देवघर के त्रिकुट पहाड़ का रोपवे का ट्राली टूटने से कई लोग घायल हो गये हैं. कई लोग रोपवे में फंसे हुए हैं. लगभग सौ लोगों के फंसे होने की सूचना है. राहत और बचाव का काम शुरू करने के लिए प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है.
लोगों ने रोपवे के मैनेजर विनीत सिन्हा पर आरोप लगाया है कि उसकी लापरवाही से ही ये दुर्घटना हुई है. इस बीच स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने इस हादसे में घायल लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने मुख्यसचिव झारखंड सरकार और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अविलंब एनडीआरएफ की टीम के साथ आवश्यक बचाव दल मौके पर भेजने का आग्रह किया है. जिसके बाद टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है. दुबे ने तुरंत मामले पर संज्ञान में लेने के लिए गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया है.
देवघर डीसी ने बताया कि घटना में दो लोग घायल हुए हैं. जिन्हें अस्पताल भेज दिया गया है. कुछ लोग रेपवे के ट्रॉली में फंसे हुए हैं. एनडीआरआफ की टीम की मदद से उन्हें बाहर निकाला जा रहा है. रेपवे का एक ट्रॉली जगह से खिसक जाने के कारण ये हादसा पेश आया है.
तीन शिखर का पर्वत होने के कारण नाम पड़ा त्रिकुट पहाड़
बता दें कि त्रिकूट पर्वत दुमका रोड पर देवघर से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. तीन शिखरों का पर्वत होने के कारण इस पहाड़ को त्रिकुट पहाड़ के नाम से जाना जाता है. इस पहाड़ की तीनों चोटियों में सबसे ऊंची चोटी 2470 फीट की है. त्रिकुट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा ऊर्ध्वाधर रोपवे है. जिसका अधिकतम लेंस कोण 44 डिग्री है. रोपवे की लंबाई 766 मीटर (2512 फीट) है. झारखंड में त्रिकुट पहाड़ एकमात्र पर्यटन स्थल है जहां रोपवे का इस्तेमाल किया जाता है. रोपवे में पर्यटकों के लिए कुल 25 केबिन उपलब्ध हैं, जिसमें प्रत्येक केबिन में चार लोग बैठ सकते हैं. रोपवे से पहाड़ की चोटी तक पहुंचने के लिए केवल 8 मिनट समय लगता है. रोपवे की क्षमता 500 लोग प्रति घंटे का है.
