जल संकट समाधान: एक महीने में 1493 शिकायत हुई दर्ज, 713 का हुआ निष्पादन

 

पेयजल विभाग द्वारा गठित कंट्रोल रूम में प्रतिदिन आ रहे हैं चापानल, बोरिंग पंप सेट और पाइप लाइन मरम्मत की शिकायतें

जल संकट समाधान: एक महीने में 1493 शिकायत हुई दर्ज, 713 का हुआ निष्पादन

रांचीः गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ-साथ राज्य में जलसंकट भी उत्पन्न होने लगा है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर के निर्देश पर एक महीने पूर्व मार्च में स्टेट कंट्रोल का गठन किया गया था. जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों चापानल मरम्मति, बोरिंग पंप सेट मरम्मति और पाइप लाइन मरम्मति से जुड़े कंप्लेन आ रहे हैं. एक महीने में 1493 कंप्लेन दर्ज हुए. जिसमें 8 अप्रैल तक 713 का निष्पादन कर विभाग के लोकल विंग द्वारा किया गया. जबकि 554 अभी विभिन्न कारणों से पेंडिंग हैं, जिसे जल्द ठीक कर लेने की बातें कही गयी हैं.

चापानल मरम्मति के अधिक कंप्लेन आए
इन एक महीने में सबसे अधिक चापानल मरम्मति के कंप्लेन आए है. इसकी संख्या करीब 1107 रही. जबकि लघु जलापूर्ति योजना से संबंधित 248, पाइप लाइन जलापूर्ति से संबंधित 41, पाइप लाइन लीकेज से संबंधित 3, पानी आपूर्ति से संबंधित 40, जल गुणवत्ता से संबंधित 17 तथा शौचालय से संबंधित 28 मामले आए. जबकि अन्य कंप्लेन के 9 मामले दर्ज हुए. यह झारखंड के 32 डिविजनों से यह कंप्लेन दर्ज हुए हैं.