अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसी,दो की मौत,लगभग एक दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका

 निरसा विधानसभा क्षेत्र में कोयले का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है। इस अवैध उत्खनन के कारण सैकड़ों लोगों की जाने भी जा चुकी हैं। लेकिन राज्य सरकार और जिला प्रशासन के कानो पर जूं तक नहीं रेंगती। ताजा मामला निरसा थाना अंतर्गत ईसीएल मुगमा एरिया के कापासरा का है। घटना सोमवार दोपहर लगभग तीन बजे की है। लेकिन मामला उस वक्त प्रकाश में आया जब निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी घटना स्थल पहुंचे।
सोमवार की संध्या लगभग सात बजे अरूप चटर्जी कापासारा घटनास्थल पहुंचे। वहां स्थानीय ग्रामीणों की मदद से वह घटनास्थल तक पहुंचे। टॉर्च की रौशनी की मदद से अंधेरे में काफी मशक्कत के बाद वह उस जगह पहुंचे जहां घटना हुई थी। वहां देखा कि एक बहुत बड़े क्षेत्र में अवैध उत्खनन का काम किया जा रहा है। वहीं पास में देखा कि एक ग्रामीण का शव पड़ा हुआ था जिसे उसके साथियों ने बोरियों से ढक दिया था। सूत्रों के अनुसार ग्रामीणों द्वारा दो लोगों के शव निकाले जा चुके थे।
वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना था कि जो मृतक थे वो बीरभूम के थे तो कुछ का कहना है कि मृतक स्थानीय थे। सूचना मिलने पर निरसा पुलिस एवं सीआईएसएफ की टीम भी मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है। श्री चटर्जी ने कहा कि बांस के पिल्लर बना कर अपनी जान को जोखिम में डालते हुए सैकड़ों ग्रामीण रोजाना उस मौत नुमा मुहाने में जाते हैं। सरकार कोयले के इस अवैध उत्खनन को रोकवाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। कहा कि लगभग दस लोगों के दबे होने की आशंका है। कहा कि अगर प्रशासन एक सौ मीटर के दायरे में रेस्क्यू ऑपरेशन करे तो दर्जनों शव निकल सकते हैं।