निशिकांत दूबे ने शनिवार रात एक फोटो ट्वीट कर मचा दी खलबली , लिखा पहचान कौन? पिक्‍चर अभी बाकी है!

 

रांची झारखंड के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे राज्‍य के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन पर खासे आक्रामक हैं। वे लगातार झामुमो प्रमुख पर तीखे हमले बोल रहे हैं। भ्रष्‍टाचार के संगीन आरोप लगाते हुए निशिकांत ने उनसे कई दफा इस्‍तीफा भी मांगा है। खासकर आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद से निशिकांत एक पर एक ट्वीट कर कई मामलों में बढ़-चढ़कर भविष्‍यवाणियां कर रहे हैं। संभावित कार्रवाई और सूत्रों के हवाले से चौंकाने वाली सूचनाएं लेकर ट्विटर पर रोज-ब-रोज खलबली मचा रहे हैं।
निशिकांत के वर्तमान रुख को देखकर ऐसा लग रहा है कि वे किसी भी सूरत में हेमंत सोरेन को बख्‍शने के मूड में नहीं हैं। हाल के दिनों में उन्‍होंने मीडिया को दिए एक इंटरव्‍यू में कहा था कि हेमंत सोरेन उनसे व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी निभा रहे हैं। जबकि वो केवल उनका जवाब दे रहे हैं। हाल ही में उन पर और उनकी पत्‍नी अनामिका गौतम पर झारखंड सरकार ने 32 मुकदमे दर्ज कराए हैं।
बीते दिन ही राज्‍य सरकार की पार्टी वाले एक एसएलपी में सुप्रीम कोर्ट ने निशिकांत दूबे की पत्‍नी अ‍नामिका गौतम को देवघर में खरीदी गई जमीन से जुड़े मामले में नोटिस जारी किया है। बहरहाल निशिकांत दूबे और हेमंत सोरेन की दुश्‍मनी ताजा सूरत-ए-हाल में आर या पार के स्‍तर तक आ पहुंची है। इस बीच निशिकांत दूबे ने रात करीब 8 बजे एक सनसनीखेज ट्वीट कर सियासी आग को और भड़का दिया। निशिकांत ने एक फोटो ट्वीट किया और लिखा- पहचान कौन? पिक्‍चर अभी बाकी है।
इधर, भ्रष्‍टाचार को उजगार करने में घोटालेबाजों पर ईडी के शिकंजे को लेकर गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने हेमंत सोरेन सरकार पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला है। आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण को आगे बढ़ाते हुए रांची में निशिकांत दूबे ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि साहिबगंज के डीएमओ ने जो खुलासा किया, वह बेहद चौंकाने वाला है।
निशिकांत दूबे ने कहा कि साहिबगंज के डीएमओ ने बताया है कि कैसे करप्शन का पैसा पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार सिंह के पास जाता था और वहां से फिर कहीं और पहुंच जाता था। निशिकांत दूबे ने कहा कि ईडी की कार्रवाई में अधिकारी तो सिर्फ मोहरा बनकर रह गए हैं। जब जांच आगे बढ़ेगी तो कई सफेदफोश भी सामने आ जाएंगे.
निशिकांत दूबे ने कहा कि आपको यह जानकर आश्‍चर्य होगा कि किस तरह से काले धन का पैसा से सोना खरीदते थे और फिर उसे राजा के पास पहुंचा दिया जाता था। यह सब हर महीने पहुंचाए जाने वाले चढ़ावा से होता था। वह सीए को पैसा देता था, जिससे वो सोना लेते थे, और सोना कहां जाता था, यह जानकर आपको बहुत आश्‍चर्य होगा।
निशिकांत के मुताबिक साहिबगंज के जो जिला खनन पदाधिकारी है, उसने ऐसे-ऐसे खुलासे किए हैं, वह जानकर आप आश्‍चर्यचकित होंगे। भाजपा सांसद ने कहा कि 4 साल से वह साहिबगंज में बैठा हुआ है। उसने पैसा कैसे दिया, सुमन कुमार के अकाउंट तक पैसे कैसे गए, सुमन कुमार से कैसे राजा तक पहुंचे, ये सारी चीजें देखने के बाद तो मैं खुद ही हिल गया हूं।
एसीबी से डीजी-आइजी को हटाने के निकाले जा रहे बड़े मायने
झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के डीजी के अतिरिक्त प्रभार से नीरज सिन्हा व आइजी के अतिरिक्त प्रभार से पंकज कंबोज को हटाये जाने के तुरंत बाद गोड्डा के सांसद डा. निशिकांत दूबे के ट्वीट ने सबको विचार करने के लिए प्रेरित किया है। डा. निशिकांत दूबे ने ट्वीट में लिखा है कि उन्हें सूत्रों से पता चला चला है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्यमंत्री जबरदस्ती गिरफ्तार करवाना चाहते हैं। उनकी बात झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा व पुलिस महानिरीक्षक पंकज कंबोज ने मानने से इन्कार कर दिया। इसके चलते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से इनका तबादला कर दिया गया।
निशिकांत के ट्वीट से नीचे से ऊपर तक मची खलबली
डा. निशिकांत दूबे के ट्वीट पर विचार किया जाय तो यह बात स्पष्ट है कि रघुवर दास के खिलाफ झारखंड पुलिस के एसीबी के पास जांच से संबंधित दो मामले दर्ज हैं। इनमें एक मामला मैनहर्ट का है तो दूसरा मामला राज्य स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2016 व 2017 में टाफी, टी-शर्ट घोटाले का। दोनों ही मामलो में रघुवर दास पर सीधा आरोप है, जिसकी जांच एसीबी कर रहा है। डा. निशिकांत दूबे के ट्वीट के बाद लोगों का सीधा अनुमान इसी ओर जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय की सख्ती और लगातार नए खुलासे के बाद राज्य सरकार भी चाहती है कि उसके यहां दर्ज मामलों के अनुसंधान में भी तेजी आए, जो वर्षों से लंबित पड़े हुए हैं। मैनहट व टाफी, टी-शर्ट घोटाले की एसीबी जांच विधायक सरयू राय की शिकायत के बाद हो रही है।