रांची: पूर्व मंत्री एवं आदिवासी नेता देवकुमार धान के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल राज्यपाल रमेश बैस से मिला और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. जिसके माध्यम से कहा गया कि लोहरा जनजाति का खतियान में लिपिकीय त्रुटि के कारण लोहार दर्ज हो गया है. जिसके कारण पूरे लोहरा जनजाति को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. यही कारण है कि लोहरा जनजातियों के छात्र छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है. नौकरियों में बिना जाति प्रमाण पत्र के उन्हें आरक्षण नहीं मिल पा रहा है. उनके जमीनों को सीएनटी एक्ट का उल्लंघन कर बेचा जा रहा है. लोहरा जनजाति के जमीन को सामान्य जमीन दर्शाकर अवैध रूप से खरीद बिक्री किया जा रहा है. देवकुमार धान ने राज्यपाल से कहा कि अब राज्य में लोहरा समुदाय के साथ इंसाफ होना चाहिए.