सपा विधायक आजम खां सीतापुर जेल से रिहा हुए तो जहां उनके चेहरे पर सुकून नजर आया वहीं रामपुर पहुंचने के बाद उनका दर्द भी छलक उठा। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा कि मैं सोचूंगा कि अपनी वफादारी कड़ी मेहनत ईमानदारी में कहां चूक गया।
