
धनबाद। धनबाद कोयला के लिए जाना जाता है। जिसे काला हीरा भी कहते हैं और इसी काले हीरे की चाहत ने धनबाद को लाल कर रखा है। धनबाद में अवैध कोयला के कारोबार को लेकर आवाज उठती रही है। कभी धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने धनबाद में कोयला चोरी पर आवाज उठाया था।
हाल ही में एक न्यूज चैनल के मालिक अरूप चटर्जी को जेल भेज दिया गया। जिस पर कोयला व्यवसायी ने रंगदारी का मामला दर्ज कराया था। हालांकि अरूप चटर्जी ने कहा कि धनबाद में दो हजार करोड़ से ज्यादा का कोयला घोटाला हुआ है। न्यूज़ चैनल में खबर चलाने के बाद अवैध कारोबारियों के षड्यंत्र के तहत उन्हें जेल जाना पड़ रहा है।
धनबाद में अवैध कोयला का कारोबार किसी से छिपा हुआ नही है। मगर कोई देखना नही चाहता और जिसे देखना चाहिए उसने हरा चश्मा चढ़ा रखा है। अरूप चटर्जी को जेल जाना पड़ा हो मगर उसने जो बात कही कि धनबाद में दो हजार करोड़ का कोयला घोटाला हुआ है। इस विषय को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और झारखंड सरकार की एक विधायक जब इसका समर्थन करती हो।
झारखंड मुक्ति मोर्चा की दुमका के जामा विधायक सीता सोरेन ने आरोप लगाया है कि धनबाद जिला में अवैध कोयला कारोबार हो रहा है और इसके लिए एस एस पी जिम्मेदार हैं तो मान लीजिए कि धनबाद के हमाम में सब नंगे हैं।
धनबाद के किसी भी सड़क पर थोड़ी देर रुका जाय तो अवैध सायकिल या मोटरसाइकिल से अवैध कोयला की ढुलाई दिख जाएगी। मगर यह अवैध कोयला की ढुलाई जिम्मेदारों को नही दिखती।
सीता सोरेन के आरोप को खारिज नही किया जा सकता और सीता सोरेन के आरोप के बाद न्यूज़ चैनल के मालिक अरूप चटर्जी का यह कथन की धनबाद में दो हजार करोड़ का कोयला घोटाला हुआ है को बल मिलता है। सीता सोरेन ने ईडी, सीआईडी जैसी संस्था से जांच की मांग की है।
देखना है कि धनबाद में अवैध कोयला कारोबार को लेकर कोई जांच होती भी है या नही।