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भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के द्वारा भूली बाल्मीकि नगर रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि जी की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम आए हुए अतिथियों द्वारा महर्षि वाल्मीकि जी की चित्र पर पुष्प फूल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की गई मौके पर जयंती समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि जी ने राम जी के जीवन पर आधारित रामायण जैसे महान ग्रंथ की रचना कर पूरे विश्व को एक महान ग्रंथ दिया और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के जीवन पर आधारित रामायण की रचना की गंगा बाल्मीकि ने बताया कि हमें रामायण के बताए हुए मार्ग पर चल कर ही अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं हमें अपने बच्चों को भी रामायण का ज्ञान देना चाहिए प्रत्येक वर्ष शरद पूर्णिमा के दिन बाल्मीकि जयंती मनाने का विशेष महत्त्व यह है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है इस दिन खीर बनाकर सारी रात चंद्रमा की चांदनी में बाहर रखा जाता है। इस प्रसाद का अहम महत्त्व है कार्यक्रम में पूर्व पार्षद अशोक यादव, गंगा बाल्मीकि, मानस रंजन पाल, बृजेश कुमार, अरुण कुमार मंडल, अजय कुमार चौधरी उर्फ गुड्डू चौधरी, दीपक बाल्मीकि, बप्पी दत्ता, राणा दत्ता, मंटू बाल्मीकि, राजू बाल्मीकि, रवि बाल्मीकि, आकाश बाल्मीकि, बाबूलाल बाल्मीकि, निर्मल बाल्मीकि राहुल वाल्मीकि बबलू बाल्मीकि
