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धनबाद – बीसीसीएल में 15,700 टन उत्पादन व 21,700 टन कम कोयला हुआ डिस्पैच

 

 

दीपावली के अवसर पर सभी सरकार, अर्धसरकारी व निजी संस्थाएं बंद रही.

त्योहार का असर बीसीसीएल के कोयला उत्पादन पर भी दिखा. कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक 23 अक्तूबर के मुकाबले 24 को 15,700 टन उत्पादन व 21,700 टन कोयला कम डिस्पैच हुआ है. 23 को बीसीसीएल ने 1.02 लाख टन उत्पादन व 94.3 हजार टन कोयला डिस्पैच किया था.

उत्पादन और डिस्पैच में आया अंतर

इस दौरान कंपनी का उत्पादन ग्रोथ 28.3 प्रतिशत व डिस्पैच का ग्रोथ 19.7 प्रतिशत पॉजिटिव था. जबकि 24 को कंपनी ने 86.4 हजार टन उत्पादन व 72.6 हजार टन कोयला डिस्पैच किया है. इस दौरान बीसीसीएल का उत्पादन ग्रोथ 26.6 प्रतिशत व डिस्पैच का ग्रोथ 17.7 प्रतिशत पॉजिटिव है. कोयला उत्पादन व डिस्पैच के साथ-साथ कंपनी के ग्रोथ पर भी असर पड़ा है.

22 की जगह 16.50 रैक कोयला डिस्पैच

बीसीसीएल का लक्ष्य हर दिन 22 रैक कोयला डिस्पैच का है. इसके मुकाबले कंपनी दिवाली के दिन 16.50 रैक कोयला डिस्पैच किया है.

अधिकारी व कर्मियों की लेट लतीफी में सुधार नहीं

बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को बायोमीट्रिक मशीन भी सुधार नहीं पा रही है. आलम यह है कि कई अधिकारी व कर्मचारी ससमय अपनी उपस्थिति नहीं बना बना रहें. अगर बना रहे हैं, तो कार्यअवधि के दौरान कार्यस्थल से गायब रहते हैं. जिसे बीसीसीएल उच्च प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है. इस बाबत बीसीसीएल के विभागाध्यक्ष (प्रशासनिक) ने कोयला भवन के सभी जीएम व एचओडी को पत्र जारी करते हुए अपने-अपने विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को ससमय व कार्य अवधि के दौर कार्यस्थल पर रहना सुनिश्चित करने को कहा है.

क्या लिखा है पत्र में

पत्र के माध्यम से विभागाध्यक्ष (प्रशासनिक) ने बताया : कोयला भवन में कुछ अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय में समय का पालन नहीं कर रहे हैं. कभी-कभी बहुत देर से अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं और कार्यालय समय के दौरान ड्यूटी पर नहीं पाये जाते हैं. इसे सक्षम प्राधिकारी द्वारा गंभीरता से देखा गया है. इस संबंध में समय की पाबंदी और अनुशासन बनाये रखने के उद्देश्य से कई नोटिस जारी किये गये थे, परंतु इसका गंभीरता से पालन नहीं किया जा रहा है.

दीपावाली में 15 मेगावाट बढ़ी खपत, फिर भी नहीं कटी बिजली

दीपावली पर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल), धनबाद एरिया बोर्ड अंतर्गत 15 मेगावाट बिजली की खपत बढ़ने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया. जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार साल 2021 में दीपावली के त्योहार पर आठ से 10 मेगावाट बिजली की खपत बढ़ने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था. इस साल खपत में पांच से सात मेगावाट खपत का इजाफा हुआ है. अधिकारियों के अनुसार शहर के अलग-अलग जगहों पर लगे स्ट्रीट लाइट की बिजली काट बढ़े लोड को मैनेज किया गया. यही वजह रही कि शहर में दीपोत्सव के दिन सोमवार को लोगों को निर्बाध बिजली मिली. अधिकारियों के अनुसार डीवीसी का भी सहयोग मिला. डीवीसी की ओर से 24 घंटे बिजली सप्लाई के लिए प्रदान की गई.

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