रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि रेलवे ने 2022-23 में अब तक सुविधा शुल्क से 600 करोड़ रुपये से अधिक कमाए हैं। सुविधा शुल्क यात्रियों से टिकटों के रद्द करने पर वसूला जाता है। मंत्री ने कहा कि सुविधा शुल्क की राशि वातानुकूलित कक्षाओं के लिए 30 रुपये और गैर-एसी कक्षाओं के लिए 15 रुपये है। टिकट रद्द कराने पर सुविधा शुल्क वापस नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि 2019-20 में 352.33 करोड़, 2020-21 में 299.17 करोड़, 2021-22 में 694.08 करोड़ और 2022-23 में दिसंबर तक 604.40 करोड़ रुपये सुविधा शुल्क वसूला गया।