शांति-समृद्धि, प्रेम व सौहार्द पाने का मंच है लोक अदालत: प्रधान जिला जज
अदालत में 99 करोड 36 लाख 89 हजार 140 रुपये की हुई रिकवरी
लोक अदालत में जुटे पक्षकार, अधिवक्ता व न्यायाधीश
लोक अदालत में जुटे पक्षकार, अधिवक्ता व न्यायाधीशDhanbad : धनबाद (Dhanbad) नालसा के निर्देश पर वर्ष 23 की पहली नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन शनिवार1 1 फरवरी को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन राम शर्मा ने किया. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है. लोक अदालत संविधान की परिकल्पना को पूरा करने के दिशा में एक कदम है. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत में महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है. लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है. साथ ही आपस में प्रेम और सौहार्द फिर से बन जाता है. प्रेम ,शाति ,समृद्धि और समरसता बनाये रखना लोक अदालत का उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि 23 नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह मे किया जा रहा है.
जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित में लगाई जाती है. बिना प्रशासनिक सहयोग के समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के जरिये व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि लोक अदालत में विवादों का तत्काल निपटारा होता है. उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक ऐसा मंच है, जहां तत्काल प्रभाव से मामला सेटेल हो जाता है और विवाद आगे नहीं बढ़ पाता.
11 हजार 294 विवादों का निपटारा
मुकदमो के निपटारे के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर 17 बेंच का गठन किया गया था. विभिन्न तरह के सुलहनीय विवादों का निपटारा किया गया. जानकारी देते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक 11 हजार 294 विवादों का निपटारा कर दिया गया तथा कुल 99 करोड़ 36 लाख 89 हजार 140 रुपये की रिकवरी हुई. अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार निताशा बारला ने बताया कि नेशनल लोक अदालत सुबह 10:30 बजे से शुरू हुई, उन्होंने सभी वादकारी, न्यायिक पदाधिकारियों विभाग के अधिकारियों एवं अधिवक्ताओं का आभार प्रकट किया.मौजूद थे न्यायाधीश
न्यायिक पदाधिकारियों में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय तौफीकुल हसन, अपर प्रधान न्यायाधीश फैमिली कोर्ट प्रेमलता त्रिपाठी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश कुमार श्रीवास्तव,राजकुमार मिश्रा, लेबर जज नीरज कुमार श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुलदीप मान, अवर न्यायाधीश, राजीव त्रिपाठी, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी पूनम कुमारी,, प्रज्ञेश निगम ,स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन पियूष कुमार, शिवम चौरसिया, राकेश रोशन, अंकित कुमार सिंह न्यायिक दंडाधिकारी रेलवे, मनोज कुमार इंदवार न्यायिक दंडाधिकारी जेजेबी, पंचम कुमार सिन्हा, अमर प्रसाद नीलाम पत्र पदाधिकारी, शिप्रा, डालसा के पैनल अधिवक्तातारक नाथ चौबे, रंजन सिन्हा, संतोष कुमार गुप्ता, हरि विश्वकर्मा, अभिजीत कुमार साधू, नीरज कुमार सिन्हा,चिरंजीत प्रमाणिक, करूणा सिन्हा,सोनिया कुमारी, सुभाष चंद्रा,पंचानन सिंह, ए के सिंह, डालसा सहाय सौरव सरकार, अरुण कुमार, संजय सिन्हा, हेमराज चौहान, राजेश कुमार सिंह, गीता कुमारी. समेत अन्य लोग मौजूद थे. सचिव श्रीमती बारला ने नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए सभी वादकारी, सिविल कोर्ट कर्मचारी, धनबाद बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं और विभिन्न विभाग के अधिकारियों का आभार प्रकट किया.