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लिलोरी स्थान में स्थित बीसीसीएल धर्मशाला के छत को तोड़ा

*लिलोरी स्थान में स्थित बीसीसीएल धर्मशाला के छत को तोड़ा।*

*स्थानीय दुकानदारों ने शंकर साव और पिन्टू साव पर लगाया धर्मशाला तोड़ने और कब्जा करने का आरोप*

धनबाद
कतरास
लिलोरी मंदिर में स्थित लगभग 30-35 साल पुराने बीसीसीएल के धर्मशाला में साव बंधुओं ने कब्जा कर लिया। वर्षों से यह धर्मशाला उपयोग होता रहा है। विशेष कर गरीब लड़के लड़कियों की शादी इस धर्मशाला में होता रहा है। आस पास के कई दुकानदारों ने बताया कि अब यह धर्मशाला पिन्टू साव और शंकर साव के द्वारा कब्जा कर लिया गया है। लगभग 50 बाई 30 फूट के बने इस धर्मशाले के छत को तोड़ कर चदरा का शीट लगा दिया गया है एवं पुराने दीवार के भीतर चारो तरफ से नई दीवार खड़ी कर दी गई है। 5-6 दिन पहले रातों रात इस घटना को अंजाम दिया गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम नही बताने की शर्त पर बताया कि 5-6 दिन पहले रात में लगभग 40-45 की संख्या में लोग आए एवं बड़े बड़े हथौड़े की चोट से छत की ढलाई को तोड़ दिया। वे लोग कहीं बाहर से बुलाये गए थे। इसके अगले रात को लगभग 20-25 लोग आए और चादर की शीट छत पर डाल दिये। उसके बाद रात-रात में काम करके बाहर के पुराने दीवार के भीतर से नई दीवार खड़ी कर दी जो बाहर से दिखाई नही देता है। 2 नया दरवाजा लगा दिया गया। बीसीसीएल द्वारा बनाये गए इस धर्मशाले के इस प्रकार दबंगता पूर्वक कब्जा होने से आसपास के दुकानदारों में काफ़ी रोष व्याप्त है।। जब इस संबंध में लिलोरी मंदिर समिति के दुकानदार समिति के सदस्यों से बातचीत किया गया तो समिति ने सार्वजनिक बयान जारी करते हुए बताया कि रातों रात इस काम को अंजाम दिया गया है जिसकी जानकारी हमलोगों को नही थी। जानकारी मिलने के बाद राज परिवार को इसकी जानकारी दी गई है। राजपरिवार के चंद्रनाथ सिंह एवं विशाल सिंह ने लिलोरी मंदिर के परिसर में एक बैठक आयोजित की जिसमे दुकानदार समिति के सचिव शंकर जायसवाल, अध्यक्ष सुरेश महतो, काजल प्रमाणिक, तारा पद महतो, पवन साव सहित सैकड़ों दुकानदार शामिल हुए। सभी दुकानदारों ने इसका विरोध किया। राजपरिवार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पिन्टू साव एवं शंकर साव के विरुद्ध थाने में शिकायत दर्ज कराई जायेगी। बीसीसीएल एरिया फॉर के जीएम एम एस दूत को इस मामले की जानकारी देने पर उन्होंने कहा कि बीसीसीएल के सीएसआर फंड द्वारा धर्मशाला का निर्माण कराया गया था जिसकी देखरेख और रख रखाव की जिम्मेदारी और जवाबदेही मंदिर समिति और स्थानीय दुकानदारों का है। कुछ लोगों ने दबे जुबान से बताया कि किसी विशेष व्यक्तिय के प्रभाव में इस मामले को लीपापोती कर दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इधर शंकर साव से दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि राज परिवार एवं स्थानीय दुकानदारों के साथ इस संबंध में बैठक की गई थी। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल द्वारा बनाए गए धर्मशाला से उनका कोई लेना देना नहीं है। जो अल्बेस्टर का चादर उन्होंने लगाया है उसे 2 दिन के अंदर वह हटा लेंगे।

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