धनबाद : ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले एक लाख 28 हजार उपभोक्ता बिजली विभाग की सुस्ती से परेशान हैं. इन उपभोक्ताओं को पिछले छह महीने से बिजली बिल नहीं भेजा जा रहा.
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांशत निम्न आय वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर लोग रहते हैं. ऐसे में अब यदि उन्हें इकह्वे बिजली बिल मिलेगा तो उन पर अलग से बोझ पड़ना तय है. हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ता किस्तों में अपना बिल जमा कर सकते हैं. लेकिन यदि लोगों ने किस्तों में भी भुगतान किया तो चालू माह और पिछली किस्त के रुपए को जोड़ने पर उन पर अतिरिक्त रुपए जमा करने का भार पड़ेगा.
क्या है कारण ग्रामीण एरिया में बिल निकालने के लिए चार-चार ऊर्जा मित्रों पर एक मोबाइल दिया गया है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल एक लाख 28 हजार बिजली उपभोक्ता हैं. एक मोबाइल हर सप्ताह दो हजार लोगों का बिल निकालने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है. औसतन एक मोबाइल से सप्ताह में 1500 लोगों का ही बिल निकल पा रहा है. 500 उपभोक्ता छूट जा रहे हैं. इससे बचे लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कम मोबाइल होने से ऊर्जा मित्र सभी उपभोक्ताओं का बिल नहीं निकाल पा रहे हैं. एजेंसी ईएमडी डिजिट्रॉनिक्स की ओर से दिसंबर तक सभी ऊर्जा मित्रों को एक-एक मोबाइल देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन फरवरी आ गया और अब तक नहीं मिला.
ग्रामीण इंफिनिटी एजेंसी बिल बना रही ग्रामीण एरिया में इंफिनिटी सॉफ्टवेयर से बिल बनाया जा रहा है. इस सॉफ्टवेयर को अपलोड करने के लिए अलग मोबाइल की जरूरत पड़ रही है क्योंकि सॉफ्टवेयर को अपलोड करते ही मोबाइल के दूसरे फीचर काम करना बंद कर दे रहे हैं.