धनबाद। जगजीवन नगर के स्टाफ क्वार्टर में शाम होते ही वीरानगी छा जा रही है। 8 वर्षीय ओपेश वर्मा अब अपने दोस्तों और भाइयों के साथ शाम होते ही घर से बाहर नहीं निकल रहा है।
जबकि कुछ माह पहले तक शाम होते ही कॉलोनी में बच्चों की गतिविधियां बढ़ जाती थी। कॉलोनी की गली में इन दिनों आवारा कुत्तों का झुंड बढ़ गया है। शाम में ट्यूशन से लौटते बच्चे या इवनिंग वॉक करते लोगों पर कुत्तों का झुंड दौड़ जा रहा है।
हैदराबाद में 4 वर्षीय बच्चे को आवारा कुत्तों के हमले में जान गंवाने की घटना में पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आवारा कुत्तों का झुंड खासकर बच्चों को निशाना बना रहा है। अब जगजीवन नगर सहित कई ऐसे इलाके हैं, जहां आवारा कुत्तों की वजह से लोग इवनिंग वॉक पर जाना और अपने बच्चों को शाम के समय में ट्यूशन पर भेजना बंद कर रहे हैं।
आवारा कुत्तों का झुंड शाम होते ही सड़कों पर
जगजीवन नगर के कॉलोनियों में शाम होते ही कुत्तों का झुंड सड़कों पर आ जा रहा है। कॉलोनी के लोग कई बार कुत्ते के काटने के शिकार भी हो चुके हैं। अब लोगों को डर है कहीं हैदराबाद की तरह घटना धनबाद में नहीं होने लगे। इस वजह से कॉलोनी के लोगों ने इसकी शिकायत बीसीसीएल प्रबंधन और नगर निगम से भी की है।
1 सप्ताह में धनबाद में 398 लोगों को कुत्तों ने काटा
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एंटी रेबीज केंद्र की माने तो सप्ताह 16 फरवरी से 22 फरवरी के बीच धनबाद में 398 लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। अस्पताल में इन लोगों को निशुल्क एंटी रेबीज वैक्सीन लगाया गया है। केंद्र के रवि राज ने बताया कि आवारा कुत्ते सबसे ज्यादा राहगीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हर दिन 70 से 80 मरीज कुत्ते काटने के बाद यहां पहुंच रहे हैं। लगभग 20 के आसपास 15 वर्ष से कम के बच्चे होते हैं।
प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी उदासीन
एक ओर आवारा कुत्तों का झुंड, तो दूसरी ओर जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी मामले पर काफी उदासीन है। आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभी तक नगर निगम की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की जा सकती है। पिछले कुछ दिन पहले निगम की ओर से कुत्तों का बंध्याकरण किया गया था।
इन इलाकों में भी कुत्तों का कहर
हीरापुर का जेसी मल्लिक रोड
पुराना बाजार का टेंपल रोड
स्टील गेट का सब्जी पट्टी
सिटी सेंटर चौराहा
बैंक मोड़ का मटकुरिया इलाका
हाउसिंग कॉलोनी मुख्य सड़क
6 दिनों में 393 लोगों को कुत्तों ने काटाधनबाद में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एंटी रेबीज केंद्र में काफी संख्या में मरीज आ रहे हैं। केंद्र की मानें तो 17 फरवरी से लेकर 22 फरवरी के बीच 393 लोगों को कुत्तों ने काटा है। स्वास्थ्य विभाग के किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं है। इस वजह से दूर-दराज के लोगों को भी मेडिकल कॉलेज जाना पड़ रहा है। यहां अभी दो हजार से ज्यादा एंटी रेबीज डोज हैं।
क्या कहते हैं लोग
वंदना वर्मा कहती हैं कि हैदराबाद की घटना से मन व्यथित है। कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि हम लोग शाम के वक्त घर से बाहर भी नहीं निकलते हैं।
प्रवीण कुमार ने कहा है, स्कूल के बाद बच्चे को ट्यूशन भेजना होता है। शाम के वक्त आवारा कुत्ते गली में घूमने लगते हैं। इससे काफी भय होता है।
कुत्तों को पकड़ने के अभियान का संस्था कर रहे विरोध
इसे लेकर धनबाद के सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार ने बताया है, निगम की ओर से पिछले दिनों आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया था। लेकिन एनिमल एक्ट का हवाला देकर कुछ संस्थाओं ने विरोध कर दिया। इस वजह से अभियान रोकना पड़ा है। हालांकि, एक टीम तैयार करके इन जगहों पर भेजा जाएगा।