सहारा इंडिया में झारखंड के 1.22 लाख निवेशकों के फंसे 375 करोड़ रुपये के वेरिफिकेशन और भुगतान के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। सहकारी समिति कार्यालय के केंद्रीय रजिस्ट्रार ने 1.22 लाख निवेशकों के दावे के भुगतान की पहल की है। केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने यह जानकारी विधायक बिरंची नारायण को दी है। झारखंड के ढाई लाख निवेशकों का पैसा सहारा इंडिया में फंसा हुआ है। बिरंची नारायण ने सहारा ग्रुप की सहकारिता समितियों से निवेशकों की मैच्योरिटी राशि का भुगतान करवाने के लिए 13 जनवरी को बीएल वर्मा को पत्र लिखा था।
झारखंड के सभी जिलों में सहारा के दफ्तरों में हर रोज बड़ी तादाद में निवेशक पॉलिसी की राशि के भुगतान की मांग लेकर पहुंच रहे हैं। रांची, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर सहित कई शहरों में निवेशक सहारा के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन भी कर चुके हैं।झारखंड विधानसभा में भी यह मामला कई बार उठ चुका है। बजट सत्र में विधायक नवीन जायसवाल ने मामला उठाया था, जिस पर सरकार की ओर से वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए पहल करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद दिसंबर 2022 में शीतकालीन सत्र में आजसू विधायक लंबोदर महतो ने मामला उठाया, जिस पर जवाब देते हुए मंत्री बादल पत्रलेख ने बताया था कि सहारा इंडिया में झारखंड के निवेशकों के जमा 24,548 करोड़ रुपये की मॉनिटरिंग की जा रही है। दिसंबर तक झारखंड के 745 निवेशकों के पैसे लौटाये गये हैं। निवेशकों के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया है।.