गुमला।झारखण्ड के गुमला जिले के रायडीह प्रखंड में अंधविश्वास के चक्कर में एक नाबालिग ने अपने फुफेरे भाई की हत्या कर दी। बताया जाता है कि नाबालिग़ शुक्रवार की शाम से गायब था, जिसका शव शनिवार को खेत से बरामद हुआ। पुलिस ने मृतक के नाबालिग फुफेरे भाई और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।बताया जा रहा है कि रायडीह निवासी जितेंद्र साहू के 15 साल के बेटे ज्ञानदीप साहू का शव शनिवार को पुलिस ने खेत से बरामद किया। उसकी गमछा से गला दबाकर हत्या की गई। पतराटोली निवासी मृतक के नाबालिग फुफेरा भाई और उसके दोस्त ने जुर्म कबूल कर लिया है। वहीं, मुख्य आरोपी विरेंद्र साहू फरार है।
जानकारी के अनुसार आरोपी नाबालिग अपने मामा विरेंद्र साहू के घर रहता है। पिछले साल आरोपी वीरेन्द्र की माँ का देहांत हो गया था। उसकी माँ के ऊपर चाय गिर गया था। जिससे वह जल गई थी। इसके बाद आरोपी के मौसा और मौसी का एक्सिडेंट हुआ। विरेंद्र और उसके आरोपी भांजा को लग रहा था कि मृतक ज्ञानदीप की माँ संगीता देवी और उसकी दादी दोनों डायन हैं, उन्ही के कारण उसकी नानी और मौसा-मौसी की मौत हुई।आरोपी विरेंद्र के भांजा ने दोनों को सबक सिखाने के लिए प्लान बनाया। उसने अपनी कक्षा में पढ़ने वाले दोस्त को यह कहकर मिलाया कि सरस्वती पूजा के दिन मृतक ने उसकी बहन को छेड़ा था। इसके बाद आरोपी ने अपने मामा विरेंद्र साहू और दोस्त के साथ ज्ञानदीप को शराब पिलाया। इधर-उधर घुमाया। इसके बाद शाम करीब 6.45 बजे विरेंद्र साहू को निर्माणाधीन मकान में दोनों लेकर गए और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
घटना को अंजाम देने के बाद दोनों ने बैगाटोली में एक खेत के नीचे शव को फेंक दिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने स्कूल बैग भी बरामद किया।