झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी सोमवार से शुरू हो गया है। बजट सत्र के पहले दिन कांग्रसे विधायक डॉ इरफान अंसारी की बयान ने झारखंड विधानसभा का माहौल गरमा दी है। विधयाक ने विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। जिसमें उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी के विधायक नौटंकी और तमाशा करना बंद करें नहीं तो दोबारा इस तरह की हरकत यहां हुई तो उन्हें यहां से उठवा कर फेंकवा दिया जाएगा।’
इरफान के बयान पर बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस विधायक के इस बयान पर बीजेपी के विधायकों ने पलटवार किया। बीजेपी विधायक समरी लाल ने इरफान अंसारी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें ताकत है तो वह फेंकवा कर दिखाएं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायक जनहित के मुद्दे पर आंदोलन करते रहेंगे। साथ ही कहा लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी को दबाया नहीं जा सकता है। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए सत्तारूढ़ दल के इरफान अंसारी ‘जैसे विधायक इस तरह के अनर्गल बयान देते रहे हैं इससे भारतीय जनता पार्टी के विधायक डरने वाले नहीं हैं। इस दौरान बीजेपी विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लरकार जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति सिर्फ लटका रही है। इस बात को सरकार भी जानती है। जिससे यहां के छात्र को छला गया। साथ ही उन्हों कहा कि मौजूदा सरकार ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पूर्व में बनी नियोजन नीति को रद्द करने का काम किया।
सदन की कार्यवाही में विपक्ष से सहयोग की उम्मीद
इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सदन ठीक ढंग से चले इसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को ध्यान रखना होगा। लेकिन, विपक्ष ज्यादातर समय सरकार की नाकामी गिनाने में लगी रहती है जो कि आधारहीन रहता है। सकारात्मक सोच के साथ यदि विपक्ष सदन में सरकार को सहयोग करे तो सदन भी चलता रहेगा और जनता की आवाज को भी उठाई जा सकती है। वहीं, उन्होंने उम्मीद जताया है कि इस बजट सत्र में विपक्ष जनता की हित के लिए सहयोग करेगा और सदन की कार्यवाही बेहत ढंग से चलेगी।