जय मंगला वाहिनी सेवा ट्रस्ट द्वारा पकड़ा गया अवैध रूप से रक्त बेचने वाला दो सौदागर।
बेगूसराय में रविवार को जिले के हेमरा रोड स्थित एक नाम चिन्ह अस्पताल के कर्मी अवैध
रूप से रक्त बेचते रंगे हाथ पकड़े गए ! अस्पताल के दो कर्मी रक्त तस्कर को जयमंगला
वाहिनी सेवा ट्रस्ट के सदस्यों ने धर दबोचा। जिससे रक्त की तस्करी करने वालों के जिले में
होश उड़े हुए हैं।
बताया जाता है कि बेगूसराय जिले के बनवारीपुर के रहने वाले रामबली चौरसिया के पुत्र
राम इकबाल चौरसिया एवं नाव कोठी के रहने वाले शिव चंद्र यादव के पुत्र रामदुलार
यादव करीब छह-सात महीनों से घिनौना काला धंधा में संलिप्त था ,यह दोनों अभियुक्त
जिले के नाम चिन्ह अस्पतालों में कार्यरत रहने के कारण लोगों को आसानी से ब्लड की
जरूरतमंद लोग मिल जाते थे।
वही इन लोगों ने बताया कि एक यूनिट रक्त का मरीजों से ₹10000 लेते थे
और किसी संस्था से गरीब मरीज के नाम पर नि:शुल्क प्राप्त किया करते थे बताया जाता है कि इस
दरमियान इन्होंने जयमंगला वाहिनी ट्रस्ट का नाम भी कई जगह लेकर उनसे मोटी रकम वसूली किया करते थें ! इस पर एक मरीज के परिजन ने जयमंगला वाहनी ट्रस्ट के
कार्यालय में जाकर इसकी शिकायत की जिस पर संस्था द्वारा त्वरित करवाई करते हुए इन तस्करों को धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया !
इन तस्कर युवकों ने शहर के कई अस्पतालों के साथ चिकित्सकों का भी नाम लिया है जो की बहुत ही निंदनीय व शर्मिंदगी
की बात है। जय मंगला वाहिनी सेवा संस्था द्वारा इसकी सूचना रतनपुर ओपी पुलिस को दी गई थी, वही सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर थाने
ले आई है और पूछताछ के दौरान अवैध रूप से रक्त बेचने वाले कई अस्पताल कर्मी के नाम और इस घिनौना काला धंधा में संलिप्त कई कई जाने माने डोक्टरों के नाम भी उजागर हो सकते हैं हलाकि पुलिस कई जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे है !