तालाब की बंदोबस्ती में हुई गड़बड़ी के कारण ग्रामीण ने किया हंगामा
सदर एसडीएम ने समझा कर हंगामे को किया शांत

तालाब की बंदोबस्ती में हुई गड़बड़ी के कारण ग्रामीण ने किया हंगामा
सदर एसडीएम ने समझा कर हंगामे को किया शांत ।
गिरिडीह:- तालाब की बंदोबस्ती में मत्स्य पदाधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए सैकड़ों ग्रामीणों ने शुक्रवार की देर शाम पुराना जेल परिसर स्थित जिला मत्स्य कार्यालय में जमकर हंगामा किया। जिसके बाद ग्रामीण कार्यालय के बाहर धरना पर बैठ गए मामले की सूचना पाकर गिरिडीह एसडीएम विशालदीप खलको मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीण धरना से उठे यह मामला गिरिडीह राज धनवार प्रखंड के दसरोडीह गांव का है जानकारी के अनुसार जिला मत्स्य कार्यालय में दसरोडीह गांव के बड़ा तालाब की बंदोबस्ती की नीलामी शुक्रवार को होनी थी। तालाब की बंदोबस्ती के लिए बड़ी संख्या में उक्त गांव के ग्रामीण गिरिडीह जिला मत्स्य कार्यालय पहुंचे थे। कुछ तालाबों की बंदोबस्ती करने के बाद जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा किरण ने उक्त तालाब की नीलामी निविदा को रद्द करते हुए नई तिथि 14 जून को निर्धारित की जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। डीएफओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि 14 जून को दसरोडीह गांव तालाब की बंदोबस्ती नियमानुसार इसी कार्यालय में होगा बंदोबस्ती में गड़बड़ी करने वाले पर जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा किरण ने बताया कि कुल 48 तालाब का बंदोबस्ती होना था हम लोग क्रमानुसार तालाब की बंदोबस्ती कर ही रहे थे। कि उपस्थित ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। बताया गया कि उक्त गांव के तालाब का बंदोबस्ती का तिथि भी 14 जून को दे दी गई थी। इसके बावजूद भी हंगामा किया गया। धरना पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि राजधनवार के एक तालाब का बंदोबस्ती कर दिया गया। दूसरे तालाब के बंदोबस्ती आज ही होना था। लेकिन अचानक बंदोबस्ती रद का नोटिस निकाल दिया गया हो हल्ला करने पर नोटिस वापस लिया गया। वही 4:00 बजे के बाद डीएफओ दरवाजा लॉक कर बंदोबस्ती करना छोड़ अपने केबिन में बैठी रही।