आदिवासी लोहरा समाज का धरना-प्रदर्शन, कहा-हम लोहरा नहीं, लोहार हैं
रांची : आदिवासी लोहरा समाज के सैंकड़ों लोगों ने रांची समाहरणालय के सामने धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में महिला, पुरुष, बच्चे समेत विभिन्न स्कूलों के लोहरा समाज की छात्र-छात्राएं शामिल हुईं.
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि वो लोहरा हैं, लोहार नहीं. लोगों का कहना है कि झारखंड में समाज में से लोहरा भी एक आदिवासी है. इसके बावजूद भी बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. खतियान लेखन में भी लोहरा की जगह लोहार हो गया है. जिसके कारण से राज्य के लाखों लोहरा समाज आदिवासी समाज की गिनती से बाहर हो गया है.
लोहरा समाज के लोगों का कहना है कि झारखंड में वो प्राचीन समय से रह रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें झारखंड में आदिवासी समाज से वंचित किया जा रहा है. लोहरा समाज के लोग जल जंगल जमीन से वंचित हो रहे हैं. अरगोड़ा में लोहरा को लोहार बनाकर जमीन लूटी जा रही है. उन्होंने कहा कि लोहरा की जमीन को भू-माफिया लोहार बनाकर बेच रहे हैं. उन्होंने जमीनों की खरीद-बिक्री तुरंत रोकने की मांग की.