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कंपनी के अधिकारी एवं स्थानीय नेता के सांठगांठ से चल रहा है पूरा रैकेट

एसटीजी डेको आउटसोर्सिंग कंपनी में दलालों की चलती है धाक, मजदूरों से नियोजन के नाम पर वसूलते हैं मोटी रकम

एसटीजी डेको आउटसोर्सिंग कंपनी में दलालों की चलती है धाक, मजदूरों से नियोजन के नाम पर वसूलते हैं मोटी रकम

कंपनी के अधिकारी एवं स्थानीय नेता के सांठगांठ से चल रहा है पूरा रैकेट

धनबाद
कतरास. आकाशकिनारी छाताबाद में संचालित एसटीजी डेको जेवी आउटसोर्सिंग में इन दिनों दलालों की चांदी हैं. आउटसोर्सिंग कंपनी को दलाल इस तरह से घिरे हुए हैं की कंपनी में कमीशन खोरी लेकर कंपनी में अपने लोगों को जॉइनिंग करा रहे हैं. कमीशन खोरी चरम सीमा पर हैं. दलाल बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं उसके बाद भी उनका मन नहीं भरता है तो उनका हर माह की सैलरी की भी रकम भी उनसे ले रहे हैं. मजदूरों की सैलरी के 8000 हजार से 15000 रूपये में कटवाते हैं. कंपनी में कार्यरत एक वर्कर से पूछा गया तो नाम नहीं बताने की शर्त पर पूरे राज का खुलासा करते हुए कहकि कि यहां पर 35 आदमी का कमेटी बनाकर कमीशन खोरी का धंधा करते हैं. बिना कुछ किए घर पर बैठकर लाखों रुपए के आमदनी कर रहे हैं. इस कमीशन खोरी में कुछ नामों का खुलासा उसने किया है जिसमें खान बंधु,कुरेशी,अंसारी यादव, सहित कई दलों के नेता का भी कमीशन में हिस्सेदारी होती है. कंपनी में कार्यरत कुछ वर्करों को अकाउंट पेमेंट मिलता है और बहुत से वर्कर को आधा पेमेंट देकर मुंह बंद कर दिया जा रहा हैं. अगले एपिसोड में और भी नामों का खुलासा होगा. इस प्रकरण में खाकी,कलम एवं खादी अहम रोल हैं.सभी का नाम जब पत्रकारों ने जब कंपनी के इंचार्ज देव साहब से पूछा तो उन्होंने बताने से इंकार कर दिया और कहा कि मुझे कुछ पता नहीं है इसके बारे में कंपनी के जीएम साहब को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. जीएम साहब कतरास के कंपनी में आना कम होता हैं वे भौरा के आउटसोर्सिंग में रहते हैं. इस मामले में कंपनी पल्ला झाड़ रही है आखिर इसका खुलासा कौन करेगा यह प्रश्नवाचक चिन्ह बना हुआ है.

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