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झारखंडधनबाद

धनबाद डीसी ने नही दिया आदेश, फिर भी 76 करोड़ की लागत से बन रहा है सोनारडीह रेल पुल,

धनबाद डीसी ने नही दिया आदेश, फिर भी 76 करोड़ की लागत से बन रहा है सोनारडीह रेल पुल,

धनबाद डीसी ने नही दिया आदेश, फिर भी 76 करोड़ की लागत से बन रहा है सोनारडीह रेल पुल,

एमएस हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है कार्य का ठेका

हरदेव कंपनी पर कोयले की हेराफेरी का भी लगा है आरोप

धनबाद
कतरास : बीसीसीएल के गोविंदपुर क्षेत्र अंतर्गत महेशपुर में स्थित सोयलो प्लांट के विस्तार के लिए बीसीसीएल सोनारडीह रेल पुल से लेकर सोयलो प्लांट तक रेल लाइन बिछा रहा है. इसके लिए बीसीसीएल ने राइट्स के साथ 76 करोड़ रुपये भुगतान करने का करार भी किया है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि करोड़ों की लागत से पुल पर बन रहे इस रेल लाइन की जानकारी धनबाद डीसी को नही है। अर्थात डीसी ने इस रेल पुल के निर्माण से संबंधित कोई आदेश या स्वीकृति नही दिया है.
एक आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी के अनुसार जब धनबाद डीसी कार्यालय से सोनारडीह रेल लाइन एवं पुल निर्माण में उपायुक्त कार्यालय/जिला प्रशासन की स्वीकृति/आदेश की सत्यापित प्रति की मांग की गई. साथ ही पुल बनने की योजना की बैठक में स्वीकृत का आदेश , अभिलेख, दस्तावेज, नोटशीट एवं स्वीकृति देने वाले अधिकारियों एवं स्वीकृति देने वाले विभाग का नाम की जानकारी माँगी गई तो उपायुक्त कार्यालय से जो जवाब मिला वह हैरान करने वाला रहा. उपायुक्त कार्यालय ने आरटीआई के जवाब में लिखा है कि रेल लाइन एवं पुल के निर्माण संबंधी कोई भी आदेश एवं स्वीकृति उपायुक्त कार्यालय द्वारा नही दिया गया है. जानकारी के अनुसार जिले में कोई भी निर्माण कार्य जिला कलेक्टर को बिना जानकारी दिए अथवा उसके बिना अनुमति के नहीं किया जा सकता है.

2022 में बनकर तैयार होना था पुल पर रेल लाइन

पुल पर रेल लाइन बनाने का टेंडर बीसीसीएल ने एमएस हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया है. बीच बीच मे कई बार पुल का निर्माण कार्य रोका गया. जानकारी के अनुसार पुल के निर्माण कार्य में हरदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा बहुत अनियमितताएं बरती जा रही है. जिसको लेकर राइट्स काफी गंभीर है. इन्ही सब करणों से राइट्स ने कई बार पुल एवं रेल लाइन निर्माण कार्य को रोका भी है. जिससे बीसीसीएल को प्रत्येक महीने लाखों का नुकसान हो रहा है. इस संबंध में साइट इंचार्ज रोशन मिश्रा ने बताया कि पुल का निर्माण 2020 में शुरू हुआ एवं इसे जनवरी/फरवरी 2023 तंक में बन जाना चाहिए था लेकिन कुछ मामलों को लेकर बीसीसीएल की ओर से समय का एक्सटेंशन मिलता रहा है, इसलिए निर्माण कार्य मे देरी हो रहा है. पेमेंट में विलंब होने के कारण कभी कभी काम बाधित रहा. जानकारी हो कि जहाँ पुल का निर्माण हो रहा है वहाँ फाउंडेशन के समय भारी मात्रा में कोयला निकला था. जिसकी हेराफेरी करने का आरोप हरदेव कंपनी पर लगा. बीसीसीएल गोविंदपुर प्रबंधन ने इसको लेकर जिला प्रशासन और राइट्स से शिकायत भी की थी.

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