पटना का ‘सहाय सदन’ कायस्थों का मथुरा, काशी, अयोध्या और अजमेर शरीफ की तरह दर्शनीय हैl
पटना:
रवि नंदन सहाय ही नहीं के एन सहाय से भी पहले से स्मृति शेष साहित्यकार श्याम नंदन सहाय के समय से ही कायस्थों का संपर्क सूत्र पटना का सहाय सदन बना रहा है l अमर भैया ने तो समाज के के लिए द्वार ही खोल दिया था l न जाने कितने संस्मरण इस सहाय सदन से अमर भैया के जुड़े हैं छोटी से बड़ी कोई भी मीटिंग हो, सहाय सदन समस्या के निदान के लिए खड़ा रहा है l
एक-एक कायस्थों को बड़ी मेहनत और परिश्रम से जोड़ कर उन्होंने अखिल भारतीय कायस्थ महा सभा रूपी बट वृक्ष को तैयार किया था ,क्या-क्या सपना सजाया था? क्या उन सपनो को साकार की दिशा मे हमने कोइ काम किया,? यह विचारणीय विषय है l मानव अधिकार प्रोटेक्शन के जिलाध्यक्ष पर किया गया झूठा केस – कृष्णनंदन सिंह।
इस बार बड़ी प्रसन्नता की बात हो कि आपसी मतभेदों को भुलाकर सहाय सदन में अमर भैया को समाज और परिवार के लोगों ने मिलकर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की l आज अमर भैया की आत्मा को शान्ति मिली होगी l इसके लिए उनके परिवार और कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई राजीव रंजन और बहन माया श्रीवास्तव, बधाई के पात्र हैं l https://fb.watch/rrFY2o2Gwo/
मिल बैठ कर बड़ी समस्याओं का भी निदान निकल आता है j,ये सब तो छोटी मोटी बात है! हमारी ओर से विनम्र श्रद्धांजलि , शत शत नमन, कोटि कोटि वंदन l ‘ छोटा मुँह बड़ी बात ‘मेरा निवेदन मात्र है ,उसपर अमल हो तो समाज का कल्याण हो ,पहले ही से हम कई टुकड़ों में बते हैं अब और टुकड़ा न हो इसपर गंभीर चिंतन की आवश्यकता है l रवीन्द्र कुमार रतन हाजीपुर ,वैशाली,बिहार ।