रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा किया गया प्रारंभ।
झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ पर हुए रोप-वे हादसे के बाद सोमवार की सुबह राहत और बचाव कार्य फिर प्रारंभ किया गया। करीब 48 लोगों के अब तक फंसे हैं। NDRF के साथ-साथ सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। अब तक मालदा,भागलपुर और देवघर के लोग ऊपर फंसे हुए हैं। सबको सुरक्षित बचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेने का निर्णय लिया गया है। दो हेलीकॉप्टर को मौके पर बुलाया गया है।
हादसे में फंसे हुए लोगों की पहचान देवघर के अमित कुमार, खुशबू कुमारी, जया कुमारी, छठी लाल शाह, कर्तव्य राम, वीर कुमार, नमन, अभिषेक, भागलपुर के धीरज, कौशल्या देवी, अन्नू कुमारी, तनु कुमारी, सिंपल कुमार व वाहन चालक, मालदा के पुतुल शर्मा, सुधीर दत्ता, सौरव दास, नमिता, विनय दास के रूप में की गई है।
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ट्रॉली में फंसे हुए लोगों ने पूरी रात एक-दूसरे से बातचीत करते हुए समय गुजारा। एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने का प्रयास किया। सुबह करीब 5 बजे से दोबारा रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया गया। देररात केबिन में फंसे लोगों तक खाने का पैकेट पहुंचाने की कोशिश हुई।
हालांकि कई लोगों तक खाना-पानी नहीं पहुंच सका। एनडीआरएफ की टीम ने ओपन ट्राली से पैकेट केबिन में फेंकने की कोशिश की। सबकी हिम्मत बढ़ाने का प्रयास किया गया। सांसद डॉ. निशिकांत दुबे,उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत सभी अधिकारियों में घटनास्थल पर कैंप किया
कैंप करते सांसद डॉ. निशिकांत दुबे।
इसके बाद सुबह सेना और आईटीबीपी की टीम बचाव कार्य के लिए त्रिकूट रोप-वे पहुंची।अपनो के सकुशल वापसी के लिए परिवार के लोग भी पूरी रात इंतजार करते रहे। बिहार से भी एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। ज्ञात हो कि रविवार की शाम करीब 4 बजे रोप-वे हादसा हुआ। इसमें 12 लोग घायल हुए हैं। अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है।
