पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना में बाल्मीकि समाज का राष्ट्रीय प्रतिनिधि अधिवेशन हो रहा है इस अधिवेशन में झारखंड की समस्याओं को पुरजोर तरीके से रखा गया है झारखंड में हमारे समाज को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिलना स्थानीयता की दुहाई देकर हमारे विधायक श्रीमान समरी लाल एवं इनके साथ पूरे वाल्मीकि समाज को फर्जी एवं 420 बताना इन सारी समस्याओं को लेकर बाल्मीकि समाज के भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के नेतृत्व में चल रहे अधिवेशन पर राष्ट्रीय संचालक श्री राम अवतार कांगड़ा ने मंच के माध्यम से पूरे भारत से आए 14 राज्यों के समक्ष रखा इस दरमियान भारत सरकार के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन श्रीमान विजय सापला जी को लिखित तौर पर एक ज्ञापन भी दिया गया है जिसमें कहा गया है कि झारखंड में रह रहे वाल्मीकि जाति को आज भी भंगी मेहतर के नाम से जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है जबकि इन नामों में पूरी तरह से प्रतिबंध है हमारे समाज के पढ़े-लिखे बच्चे आरक्षण का लाभ लेने से वंचित रह जा रहे हैं अगर हम राजनीतिक दृष्टिकोण से बात करें तो पूरे झारखंड में एकमात्र विधायक श्री समरीलाल बाल्मीकि जी है जो हमारे समाज से आते है उनके साथ भी इस राज्य में भेदभाव किया जा रहा है वहां के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन विधानसभा सत्र के दौरान पूरी सदन सदन में हमारे विधायक और हमारी वाल्मीकि जाति को फर्जी 420 के नाम से संबोधित करते हैं इनका कहना है कि वाल्मीकि जाति बाहर से आई हुई है वाल्मीकि जाति यहां की नहीं है ऐसा कहकर राज्य सरकार उनकी विधायकी को भी निरस्त कर दिया है अब यह मामला निर्वाचन आयोग के पास चला गया है झारखंड के वाल्मीकि समाज की जो स्थिति बनी हुई है वह कश्मीर से भी ज्यादा बत्तर है
पूरी राष्ट्रीय कमेटी विभिन्न प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों ने एक स्वर में झारखंड सरकार का विरोध किया और उन्होंने पूरी तरह से अस्वस्थ किया की झारखंड के बाल्मीकि समाज के साथ भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज रजिस्टर्ड भारत खड़ी है एवं इन मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय स्तर से लेकर केंद्र सरकार तक ले जाने की बात कही।
ज्ञापन देने में वाल्मीकि समाज के वरिष्ठ नेता श्याम बिहारी कांगड़ा,धनबाद से राहुल वाल्मीकि,विशाल वाल्मीकि ,मुकेश उपस्थित थे।
विशाल वाल्मीकि
