-झारखंड में चल रही ईडी- आईटी रेड एक आंख में काजल दूसरे में सुरमा जैसा है । अगर कांग्रेस झामुमो के नेताओं विधायको,मंत्रियों और उनके करीबियों पर ईडी दबिश दे रही है तो भाजपा के रघुवर दास एवं उनके वैसे विधायक जो भ्र्ष्टाचार में लिप्त रहे हैं उन्हें भी करवाई के जद में लाना चाहिए। ये बातें झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय ने धनबाद टाउन हॉल में आयोजित भ्र्ष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन में अपने सम्बोधन के बाद मीडिया से बात करते हुए कही।
इससे पूर्व सरयू राय धनबाद में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120 वीं जयंती के मौके आयोजित सम्मेलन में मौजूद जनसभा को सम्बोधित किया और कहा कि जेपी ने कहा था कि सत्ता परिवर्तन की जरूरत नहीं है, आवश्यकता है व्यवस्था परिवर्तन की। आज फिर से एक बार उनके इस नीति और रीति की आवश्यकता महसूस होने लगी है। भ्रष्टाचार के मामले में क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष में बैठे जनप्रतिनिधि के अलावा अधिकारी, सबकी स्थिति एक जैसी हो चली है। मुट्ठी भर कुछ स्वार्थी लोगों ने एक ऐसा गठजोड़ बना रखा है कि आम जनता त्राहिमाम कर रही है।
यह पूरी तरह से व्यवस्था के चरमरा जाने का संकेत है। जो एक बार फिर से 1974 आंदोलन की तरह व्यापक जन गोलबंदी किए जाने की जरूरत है। कुछ ऐसे ही शब्दों के तीर चलाते हुए रविवार को धनबाद के न्यू टाउन हाल में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध जंग छेड़ने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब केंद्र में आज से भी ज्यादा प्रचंड लोकमत की सरकार इंदिरा गांधी के नेतृत्व में बैठी थी। जिसने अपना भ्रष्टाचार छिपाने के लिए आपातकाल का सहारा लिया और अपने राजनैतिक विरोधियों के साथ भ्रष्टाचार के विरोध में नारा बुलंद करनेवालों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया। जिसने जेपी जैसे लोकनायकों को सत्ता परिवर्तन करने के लिए प्रेरित किया। जिसे आप सब जेपी आंदोलन कह ले या फिर 74 आंदोलन के शुरू होने के लिए आवश्यक तत्व प्रदान किए। गुजरात के छात्र आंदोलन से उठी चिंगारी की तीव्रता कुछ इस कदर बढ़ी की बिहार पहुंच कर इसने तात्कालिक केंद्र की सरकार को हिला कर रख दिया था। हालांकि सत्ता तो बदल गई, लेकिन व्यवस्था परिवर्तन की आस अधूरी ही रह गई।
सम्मेलन में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला लिया गया. तय किया गया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्यभर में जनदबाव बनाने के लिए अभियान चलाया जायेगा़ झारखंड पीपुल्स अंगेस्ट करप्शन (जे-पैक) के बैनर तले जनगोलबंदी की जायेगी़। वहीं सम्मेलन में कई प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि झारखंड में व्यवस्था परिवर्तन के लिए संगठित प्रयास समय की मांग है। एक ऐसी व्यवस्था बनाने पर जोर दिया गया, जिससे शासन चाह कर भी भ्रष्टाचार करने का साहस नहीं कर सके।
सरयु राय -विधायक